Wednesday, July 30, 2014

Murli-[30-7-2014]-Hindi

सार:“मीठे बच्चे- तुम्हें डबल सिरताज राजा बनना है तो खूब सर्विस करो, प्रजा बनाओ, संगम पर तुम्हें सर्विस ही करनी है, इसमें ही कल्याण है”

प्रश्न:पुरानी दुनिया के विनाश के पहले हरेक को कौन-सा श्रृंगार करना है?

उत्तर:तुम बच्चे योगबल से अपना श्रृंगार करो, इस योगबल से ही सारा विश्व पावन बनेगा । तुमको अब वानप्रस्थ में जाना है इसलिए इस शरीर का श्रृंगार करने की जरूरत नहीं । यह तो वर्थ नाट पेनी है, इससे ममत्व निकाल दो । विनाश के पहले बाप समान रहमदिल बन अपना और दूसरों का श्रृंगार करो । अन्धों की लाठी बनो ।

धारणा के लिए मुख्य सार:
1. अमरलोक में जाने के लिए संगम पर खुशी का खजाना भरना है । टाइम वेस्ट नहीं करना है । अपनी झोली भरकर रहमदिल बन अंधों की लाठी बनना है ।
2. हथेली पर बहिश्त लेने के लिए पवित्र जरूर बनना है । स्वयं को सतोप्रधान बनाने की युक्तियां रच अपने ऊपर आपेही कृपा करनी है । योगबल जमा करना है ।

वरदान:सदा केयरफुल रह माया के रॉयल रूप की छाया से सेफ रहने वाले मायाप्रूफ भव

वर्तमान समय माया रीयल समझ को, महसूसता की शक्ति को गायब कर रांग को राइट अनुभव कराती है । जैसे कोई जादूमंत्र करते हैं तो परवश हो जाते हैं, ऐसे रॉयल माया रीयल को समझने नहीं देती है । इसलिए बापदादा अटेंशन को डबल अन्डरलाइन करा रहे हैं । ऐसा केयरफुल रहो जो माया की छाया से सेफ मायाप्रूफ बन जाओ । विशेष मन-बुद्धि को बाप की छत्रछाया के सहारे में ले आओ ।

स्लोगन:जो सहजयोगी हैं उनको देखकर दूसरों का भी योग सहज लग जाता है ।

In Spiritual Service,
Brahma Kumaris