Tuesday, August 19, 2014

Murli-(19-08-2014)-Hindi

मुरली सार:- “मीठे बच्चे - बड़ा बाबा तुम बड़े आदमियों को ज्यादा मेहनत
नहीं देते, सिर्फ दो अक्षर याद करो अल्फ और बे’’

प्रश्न:- रूहानी बाप का मुख्य कर्तव्य कौन-सा है, जिसमें ही बाप को मजा आता है?
उत्तर:- रूहानी बाप का मुख्य कर्तव्य है पतितों को पावन बनाना। बाप को
पावन बनाने में ही बहुत मजा आता है। बाप आते ही हैं बच्चों की सद्गति
करने, सबको सतोप्रधान बनाने क्योंकि अब घर जाना है। सिर्फ एक पाठ पक्का
करो-हम देह नहीं आत्मा हैं। इसी पाठ से बाप की याद रहेगी और पावन बनेंगे।

धारणा के लिए मुख्य सार:-
1) फुल मार्क्स से पास होने के लिए अपनी बुद्धि को सतोप्रधान पारस बनाना
है। मोटी बुद्धि से महीन बुद्धि बन ड्रामा के विचित्र राज़ को समझना है।

2) अभी बाप समान दिव्य और अलौकिक कर्म करने हैं। डबल आहिंसक बन योगबल से
अपने विकर्म विनाश करने हैं।

वरदान:- शुद्ध संकल्पों के घेराव द्वारा सेफ्टी का अनुभव करने और कराने
वाले शक्तिशाली आत्मा भव

शक्तिशाली आत्मा वह है जो दृढ़ता की शक्ति द्वारा सेकण्ड से भी कम समय में
व्यर्थ को समाप्त कर दे। शुद्ध संकल्प की शक्ति को पहचानो, एक शुद्ध वा
शक्तिशाली संकल्प बहुत कमाल कर सकता है। सिर्फ कोई भी दृढ़ संकल्प करो तो
दृढ़ता सफलता को लायेगी। सबके लिए शुद्ध संकल्पों का बंधन, घेराव ऐसा
बांधो जो कोई थोड़ा कमजोर भी हो, उनके लिए भी यह घेराव एक छत्रछाया बन
जाए, सेफ्टी का साधन वा किला बन जाए।

स्लोगन:-        सबसे श्रेष्ठ भाग्य उनका है जिन्हें डायरेक्ट भगवान द्वारा
पालना, पढ़ाई और श्रेष्ठ जीवन की श्रीमत मिलती है।